यमुनोत्री हाईवे में भूधंसाव होने से बड़े वाहनों की आवाजाही ठप

Dehradun: रानाचट्टी में यमुनोत्री राजमार्ग पर भूधंसाव होने से बड़े वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप है। छोटे वाहनों से ही किसी तरह आवाजाही हो रही है। ऐसे में जिला प्रशासन ने शटल सेवा शुरू की है, ताकि बस से आने वाले यात्रियों को यमुनोत्री धाम के दर्शन कराए जा सकें।
जिला प्रशासन के अनुसार रानाचट्टी पर जिस तरह भूधंसाव हुआ है, उसे ठीक करने में कम से कम चार-पांच दिन का समय लगना तय है। ऐसे में यमुनोत्री आने वाले पर्यटकों को परेशानी बढ़ी हुई है।छोटे वाहनों के लिए मार्ग देर शाम को 11 घंटे बाद सुचारु हो गया था
यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग शुक्रवार की सुबह रानाचट्टी के पास भूधंसाव होने से फिर से अवरुद्ध हो गया था। छोटे वाहनों के लिए राजमार्ग देर शाम को 11 घंटे बाद सुचारु हो गया था, लेकिन बड़ी बसों के लिए मार्ग खुलने में अभी करीब पांच दिन का समय लग सकता है। शुक्रवार को मार्ग अवरुद्ध रहने के दौरान डामटा से लेकर जानकीचट्टी तक 1500 से अधिक वाहनों में 12 हजार से अधिक यात्री जगह-जगह फंसे रहे।जिलाधिकारी के आदेश पर जानकीचट्टी के लिए शटल सेवा शुरू की गई है। जिसमें छोटे वाहनों के जरिये यात्री जानकी चट्टी जाएंगे और यमुनोत्री धाम का दर्शन करने के बाद बड़कोट लौटेंगे। 47 किलोमीटर का 150 रुपये किराया है।
गौरतलब है कि यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग पर रानाचट्टी के पास गत बुधवार की शाम पांच बजे भूधंसाव हुआ था और मार्ग अवरुद्ध हो गया था। गुरुवार की शाम मार्ग को सुचारू किया गया था। इसके बाद जानकीचट्टी खरसाली क्षेत्र में फंसे करीब पांच हजार यात्रियों को निकाला गया। लेकिन अगली सुबह सात बजे रानाचट्टी के पास उसी स्थान पर भूस्खलन हुआ, जहां बुधवार की शाम हुआ था। रानाचट्टी के पास भूधंसाव वाले क्षेत्र में सुरक्षा दीवार लगाने में समय लगेगा। राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा निर्माण कार्य जारी है।