
Dehradun: उत्तराखंड में देसी शराब की दुकानों के चलते सरकार ने आबकारी विभाग पर कार्रवाई की है। इतना ही नहीं बल्कि दुकानें नहीं खुलवा पाने के चलते उनकी सेलरी भी रोकी है।
दरअसल उत्तराखंड में देसी-विदेशी की शराब की 622 दुकानें हैं। लेकिन वित्त वर्ष में इनमें से 602 दुकानों का ही आवंटन हो पाया। बीस दुकानों की नीलामी के लिए जिला आबकारी अधिकारियों ने गंभीरता से प्रयास नहीं किए।
गत दो मई को सेमवाल ने शराब की शेष दुकानों की लाटरी निकालने के लिए संबंधित जिलों को आबकारी अफसरों के साथ बैठक की थी। इस दौरान इन अफसरों से इस संबंध में प्रस्ताव मांगें थे, लेकिन किसी अफसर ने सचिव के निर्देश को तवज्जो नहीं दी। इस पर ऐसे 5 जिला आबकारी अधिकारियों का वेतन अग्रिम आदेश तक रोकने के निर्देश दिए गए हैं। इनमें देहरादून के जिला आबकारी अधिकारी राजीव चौहान, यूएसनगर के हरीश कुमार, नैनीताल की रेखा जुयाल भट्ट, अल्मोड़ा के संजय कुमार और पिथौरागढ़ के गोविंद मेहता शामिल हैं।