अंकिता हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग पर कांग्रेस का हल्ला बोल, पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों ने दिया धरना
पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसियों का धरना

देहरादून: अंकिता मामले को लेकर कांग्रेस ने एक बार फिर सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है.
26 दिसम्बर से अंकिता भंडारी हत्याकांड में वीआईपी के नाम का खुलासा करने की मांग को लेकर पूर्व सीएम हरीश रावत के नेतृत्व में कांग्रेसी गांधी पार्क में धरने पर बैठ गये. यह धरना 24 घण्टे का रहेगा यानी 27 दिसम्बर तक जारी रहेगा. कांग्रेस की इस मांग को कई विपक्षी पार्टियों ने भी अपना समर्थन दिया.
इस दौरान पूर्व सीएम हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा प्रकरण में बेटी अंकिता को इंसाफ मिलना चाहिए. वनंतरा रिसार्ट में VIP को लेकर सरकार के मंत्री का जो बयान आगे आया है. वह भविष्य में मुकदमे को प्रभावित कर सकता है. मामले में VIP की मौजूदगी एक गंभीर मामला है. वहीं वनंतरा रिसार्ट की कर्मचारी ने अपनी वाट्सएप चेटिंग में साफ कहा है कि उस पर VIP को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव था. इस मामले को लेकर उत्तराखंड की जनता में अभी भी कई तरह के संदेह हैं. इसलिए सरकार को उत्तराखंड की बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए CBI से जांच करानी चाहिए.
बता दे कि कुछ दिन पहले ही नैनीताल हाईकोर्ट ने अंकिता के परिजनों की CBI जांच की याचिका खारिज कर दी थी.