
Delhi: भारत सरकार ने ब्रोकन यानी कि टूटे हुए चावल को लेकर एक बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने टूटे हुए चावल पर प्रतिबंध लगा दिया है। आज से टूटे हुए राइस के निर्यात पर प्रतिबंध लगा है। कृषि मंत्रालय के मुताबिक, दुनिया के दूसरे सबसे बड़े उत्पादक दक्षिण एशियाई देश भारत में चावल का कुल रकबा सीजन में अब तक 12% गिर गया है।
देश में खाद्य सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए भारत सरकार ने यह फैसला किया है। डायरेक्टर जनरल ऑफ फॉरेन की ओर से जारी नोटिफिकेशन में इस बात की जानकारी दी गई है कि टूटे राइस के निर्यात पर प्रतिबंध तत्काल प्रभाव से लागू होगा।
जानें क्या हैं इसके पीछे का कारण
को बता दे देश के कई इलाकों में कम बारिश की वजह से इस साल चावल का उत्पादन प्रभावित हो सकता है। इसी स्थिति को लेकर भारत में खाद सुरक्षा की रक्षा के लिए गेहूं और चीनी के बाद अब से टूटे राइस चावल के निर्यात को भी प्रतिबंध किया गया है।
आपको बता दें, भारत दुनिया का सबसे बड़ा चावल एक्सपोर्टर है। उत्पादन के मामले में यह चीन के बाद दूसरे नंबर पर है। लेकिन पश्चिम बंगाल बिहार और उत्तर प्रदेश जैसे चावल उत्पादन वाले प्रमुख राज्य में औसत से कम बारिश ने चावल की पैदावार को कम किया है। इसके चलते भारत सरकार ने इसके निर्यात पर प्रतिबंध लगाने का फैसला जारी किया है।