
Dehradun: उत्तराखंड की राजधानी दून जिला अस्पताल की कार्डियक एंबुलेंस हादसे के बाद एक माह से मंगलौर थाने में खड़ी है। इससे दून में वीआईपी, वीवीआईपी ड्यूटी में सामान्य एंबुलेंस भेजी जा रही है।
आपको बता दें कार्डियक एंबुलेंस में जीवनरक्षक प्रणाली के लिए वेंटीलेटर और डिफिबरीलेटर आदि होते हैं, जिससे आपात स्थिति में इलेक्ट्रॉनिक शॉक देकर या वेंटीलेटर पर रखकर जान बचाई जा सके।
कार्डियक एंबुलेंस का प्रयोग राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, सुप्रीम कोर्ट, हाईकोर्ट के जज और केंद्रीय मंत्रियों की फ्लीट में किया जाता है।
वहीं, 25 जून को दिल्ली से एक मरीज को लेकर लौटने के दौरान एंबुलेंस ओवरटेक करते समय एक ट्रॉले से टकरा गई थी, जिसमें हल्द्वानी के मरीज गोपाल शर्मा की मौत हो गई।