यहां DM ने जाना लोगों का हाल, सुनी फरियाद…

Nainital :डीएम के जनता दरबार में शिकायत कर्ताओं का मजमा लग गया। कई शिकायतों को तो मौके पर ही निस्तारित कर दिया गया लेकिन कुछ को दर्ज कर संबंधित अधिकारियों को जल्द निस्तारित के निर्देश दिए गए।
डीएम कैंप कार्यालय में बुधवार को जनता दरबार में बड़ी संख्या में फरियादी पहुंचे। इनमें सर्वाधिक शिकायतें विद्युत, पेयजल, अतिक्रमण और राजस्व की थीं। इसके अलावा लाइसेंस के भी कई मामले आए। जनता दरबार में पहुंची शिकायतों में से 43 शिकायतों को दर्ज किया गया। डीएम धीराज गर्ब्यालय ने अधिकारियों को इनका जल्द निस्तारण कराने को कहा गया। जनता दरबार में एडीएम अशोक जोशी, एसडीएम मनीष कुमार सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद रहे।
जनता दरबार में पहुंची कुछ शिकायतें
रतनपुर कोटाबाग ग्राम पंचायत की ग्राम प्रधान सुधा तिवारी ने बताया कि ग्राम पंचायत में सात गांव आते हैं। गांव की गूलें क्षतिग्रस्त हैं। सिंचाई के लिए खेतों तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है। डीएम धीराज गर्ब्याल ने ईई सिंचाई को जल्द गूलों की मरम्मत कर रिपोर्ट देेने के निर्देश दिए।
शिकायत करते हुए रो पड़े 75 वर्षीय बुजुर्ग
आवास विकास निवासी बुजुर्ग सुरेश चंद्र पांडेय जब डीएम के जनता दरबार में पहुंचे तो अपनी शिकायत करते हुए रो पड़े। उन्होंने बताया कि उनकी उम्र 75 साल है और उन्हें ईपीएफओ से एक हजार रुपये की पेंशन मिलती है। आय का कोई और साधन न होने की वजह से इस पेंशन पर निर्भर हैं। बताया कि इस एक हजार की पेंशन पर भी कई तरह के कर, टैक्स, यूजर चार्जेज लग जाते हैं। बुजुर्ग ने टैक्स में छूट दिलाने की बात कही। डीएम ने तत्काल मुख्य नगर आयुक्त को जांच करके कर में छूट करने के निर्देश दिए।
एसडीएम जल्द खुलवाएं सार्वजनिक रास्ता
ग्राम खुसालपुर बुक्सा रामनगर से जनता दरबार में पहुंचे लोगों ने बताया कि कुछ अराजक तत्वों ने सार्वजनिक रास्ते को बंद कर दिया है। इसकी वजह से काफी दिक्कतें हो रही हैं। डीएम ने एसडीएम रामनगर को जल्द रास्ता खुलवाने के निर्देश दिए।
पिता के इलाज तक बच्चे भेजे फोस्टर केयर सेंटर
काठगोदाम निवासी सुनीता शर्मा के पति का इलाज दिल्ली स्थित सफदरगंज अस्पताल में चल रहा है। वहीं कुछ दिनों पहले आर्थिक तंगी के चलते सुनीता के दो बच्चे पिता के इलाज के लिए रुपये एकत्र करने के लिए दर-दर भटक रहे थे। मामले का संज्ञान लेते हुए कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री की ओर से एक लाख रुपये बच्चों के पिता के इलाज के लिए जारी किए गए थे। वहीं अब डीएम नैनीताल के प्रयासों से बच्चों को भीमताल स्थित शॉर्ट टर्म फोस्टर केयर सेंटर भेजा जा रहा है। डीएम ने बताया कि बच्चों के भरण पोषण, उनकी अच्छी शिक्षा और स्वास्थ्य का ख्याल रखते हुए यह फैसला लिया गया है। जिला प्रोबेशन अधिकारी व्योमा जैन ने बताया कि यह निर्णय बच्चों की मां सुनीता की सहमति से लिया गया है और जब तक उनके पति का इलाज अस्पताल में चलेगा तब तक बच्चे सेंटर में ही रहेंगे। इसके लिए डीएम ने बाल कल्याण विभाग को निर्देशित भी कर दिया है।