
देवभूमि उत्तराखंड का अंकिता भंडारी मर्डर केस पूरे देश में इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। हर कोई इस केस के पीछे छिपी हुई नीयत को देख हैरान रह गया। बता दें कि अंकिता भंडारी का शव 7 दिन बाद ऋषिकेश से शनिवार को बरामद किया गया था। SDRF ने चिल्ला नहर से इस शव को बरामद किया था और अंकिता के पिता ने उसके शव की शिनाख्त की थी। इस केस के मुख्य आरोपी पुलकित आर्य की गिरफ्तारी हो चुकी है और पुलकित के पिता विनोद आर्य और भाई डॉ अंकित आर्य को बीजेपी पार्टी से निष्कासित कर चुकी है।
अंकिता हत्याकांड में नया खुलासा:
उत्तराखंड के ऋषिकेश में अंकिता हत्याकांड मामले में एक के बाद एक नए खुलासे हो रहे हैं। शनिवार को सोशल मीडिया पर अंकिता भंडारी और उसके दोस्त के कई व्हाट्सएप चैट वायरल हुए। इनमें अंकिता ने वहां पर आने वाले एक मेहमान और अंकित के बारे में बहुत कुछ बताया है। उसने कई बार लिखा कि अब वह यहां पर काम नहीं करेगी। अंकित उससे बहुत से गलत काम करने को कहता है। अंकित उसे धमकाता था कि यदि उसने ग्राहको को मना किया तो यहां लड़ाई हो जाएगी। वह धमकी देता था कि वह उसे काम से निकाल देगा। अंकिता ने लिखा कि बहुत गंदा होटल है, मैं यहां बहुत अनसिक्योर फील कर रही हूं। मुझे अंकित वीआईपी मेहमानों को ‘स्पेशल सर्विस’ देने को बोलता है। मैं यहां काम नहीं करूंगी… चैट में दोस्त अंकिता को बार-बार कॉल करने को कहता रहा लेकिन वह मना करती रही। अंकिता ने कहा कि आवाज आएगी तो अंकित यहां आ जाएगा। बताते चलें कि अंकिता ने व्हाट्सएप पर अपने दोस्त से यह बातें कहीं थीं। दोस्त ने समझाने और कॉल करने की बात कही, लेकिन डर के मारे वह उससे भी ज्यादा बात नहीं कर सकी। यह सारी बातें दोनों के बीच 17 सितंबर यानी अंकिता की मौत से एक दिन पहले हुई थीं। सूत्र बताते हैं कि इसी चैट को प्राथमिक साक्ष्य मानते हुए पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया है। डीजीपी अशोक कुमार ने मीडिया से कहा कि चैट से जाहिर है कि अंकिता पर गलत काम करने का दबाव था।