
आंदोलन कर रहे पीआरडी जवानों और पुलिसकर्मियों के बीझ हुई तीखी झड़प
देहरादून: उत्तराखंड में चुनाव से पहले हर एक कर्मचारी वर्ग अपनी मांगों को लेकर संघर्षरत है। उत्तराखंड के प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) जवान भी अपनी मांगों को लेकर आंदोलन कर रहे हैं। बुधवार को पीआरडी जवानों ने पूरे साल नौकरी देने, तनख्वाह बढ़ाने समेत कई मांगों को लेकर सचिवालय कूच किया। पुलिस ने आंदोलन कर रहे पीआडी जवानों को सचिवालय से पहले सुभाष रोड पर बैरिकेडिंग लगा कर रोक दिया। इस दौरान आंदोलन कर रहे पीआरडी जवानों और पुलिसकर्मियों के बीझ तीखी झड़प भी हुई। पीआरडी जवानों का कहना है कि मांगें पूरी होने उनका आंदोलन जारी रहेगा।
आपको बता दें कि पूरे साल रोजगार और राज्य कर्मचारी का दर्जा दिए जाने की मांग को लेकर प्रांतीय रक्षक दल (पीआरडी) के जवान सड़क पर उतरे हैं। विगत मंगलवार को भी पीआरडी जवानों ने नारेबाजी कर परेड ग्राउंड से मुख्यमंत्री आवास के लिए निकल पड़े। पुलिस ने हाथीबड़कला में बैरिकेड लगाकर उन्हें रोक दिया था। यहां कुछ देर धरना देने के बाद पीआरडी जवान सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन सौंपकर लौट गए। उन्होंने सरकार से पीआरडी जवानों की सुध लेने की मांग की। कहा कि वे विभिन्न कार्यालयों व थाना-चैकियों में कोरोना महामारी में शासन-प्रशासन के साथ ड्यूटी देते रहे हैं। इसके बावजूद पीआरडी जवानों को सालभर में दो से तीन महीने ही ड्यूटी दी जाती है और ज्यादातर समय वे बेरोजगार रहते हैं। जिसमें जवानों को अपने परिवार व बच्चों का पालन-पोषण करने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। अपनी मांगों को लेकर पीआरडी जवान पीछे हटने के मूड में नहीं है। उनका कहना है कि उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा देने के साथ ही पूरे साल रोजगार भी दिया जाए ताकि वह अपने परिवार का सही से भरण-पोषण कर सकें।