
Rishikesh: उत्तराखंड में कोरोना वायरस के कहर के साथ ही अब डेंगू का आतंक भी बढ़ने लगा है। जी हां एसपीएस राजकीय चिकित्सालय में डेंगू के मरीजों के लिए आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। अस्पताल के द्वितीय और तृतीय तल में चार-चार बेड के दो आइसोलेशन वार्ड हैं।
आपको बता दें कि आलम यह है कि अस्पताल में प्लेटलेट्स की उपलब्धता न होने के चलते मरीजों को उपचार ही नहीं हो पाएगा। अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लेटलेट यूनिट बनाने के लिए कंपोनेंट सेपरेटर यूनिट ही नहीं है।
वहीं, डेंगू के मरीजों के लिए सरकारी अस्पताल में द्वितीय तल महिला वार्ड और तृतीय तल पुरुष वार्ड में चार-चार बैड का आइसोलेशन वार्ड तैयार किया गया है। इन वार्डों में मच्छरदानी समेत विभिन्न सुविधाएं उपलब्ध हैं।
अस्पताल के लैब में एंटीजन और एलाइजा जांच भी उपलब्ध है। लेकिन जांच के दौरान अगर कोई मरीज डेंगू संक्रमित मिलता है तो अस्पताल में उसका उपचार नहीं है। डेंगू संक्रमित मरीज के खून में प्लेटलेट्स में गिरावट आती है। इसको नियंत्रित करने के लिए मरीज में प्लेटलेट्स यूनिट चढ़ाई जाती है। लेकिन यह तभी संभव है जब अस्पताल के ब्लड बैंक में ब्लड कंपोनेट सेपरेटर मशीन उपलब्ध हो।