पीएम आवास योजना के तहत हल्द्वानी में 257 परिवार आवास मांगकर गायब

हल्द्वानी : मकान को मनुष्य की तीन बुनियादी जरूरतों में शामिल किया जाता है। सभी का सपना होता है कि अच्छा मकान हो, मगर हल्द्वानी में 257 परिवार आवास मांगकर गायब हो गए। सभी परिवारों ने प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत दो लाख रुपये की आर्थिक मदद मांगी थी। तीन से पांच साल बाद अब इनकी फाइल को बंद कर दिया गया है।
पीएम आवास योजना (शहरी) के लाभार्थी आधारित घटक के तहत भू-स्वामित्व वाले आर्थिक रूप से कमजोर परिवारों को मकान बनाने के लिए दो लाख रुपये की आर्थिक मदद प्रदान की जाती है। इसके लिए 17 जून 2015 से पहले नगर निगम क्षेत्र में रहने व परिवार के किसी सदस्य के नाम देशभर में पक्का मकान नहीं होने का प्रमाणपत्र देना होता है।
हल्द्वानी नगर निगम क्षेत्र में अलग-अलग समय में आवेदन करने वाले 257 परिवार आवास के लिए आवेदन करने के बाद गायब हो गए। नगर निगम प्रशासन ने इनकी फाइल को बंद कराकर आवास एवं शहरी मामले मंत्रालय को अंतिम रिपोर्ट भेज दी है।
यह है गायब होने की वजह
आवेदन करने वाले कुछ परिवारों ने मजबूरी की वजह से आवास के लिए प्रस्तावित भूमि बेच दी। कुछ विस्थापित होकर शहर से बाहर चले गए। कुछ परिवारों ने योजना के लिए अनिच्छा व्यक्त कर दी। गिनती के कुछ आवेदक ऐसे भी रहे जिन्होंने आवेदन के बाद न निगम में संपर्क किया, न ऐसे लोगों के दिए मोबाइल नंबर पर संपर्क हो पाया।पघर